जून तक नाईट लैंडिंग उपकरण
स्थापित हो जाने की उम्मीद
केंद्रीय उड्डयन मंत्री सिंधिया से
मिल कर मांग करे स्थानीय सांसद
बिलासपुर । हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने नाईट लैंडिंग सम्बन्धी काम चालू होने का स्वागत किया है और केंद्र सरकार से अपेक्षा जाहिर की कि 28 मार्च से चालू हो रहे समर शेड्यूल में बिलासपुर से हैदराबाद, कोलकाता, दिल्ली, मुंबई की सीधी उड़ान चालू कराये। हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने आगे कहा कि एयरपोर्ट पर सुबह 7 से शाम 7 तक विजिबिलिटी रहेगी और 6 -7 उड़ानें आसानी से संचालित हो सकती हैं।. गौरतलब है कि 31 मार्च तक टर्मिनल बिल्डिंग विस्तार भी पूरा हो जाएगा, जिससे एक ही समय में दो फ्लाइट के यात्रियों को हैंडल किया जा सकेगा।
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने आगे कहा कि एयरपोर्ट पर जून तक नाईट लैंडिंग उपकरण स्थापित हो जाने की उम्मीद है। बारिश के समय रौशनी कम होने के कारण फ्लाइट डाइवर्ट की समस्या नहीं आएगी और फ्लाइट का संचालन आसानी से होगा। गौरतलब है कि बिलासपुर से देश के चारों दिशाओ में कम से कम एक महानगर तक सीधी उड़ान की बहुत आवश्यकता है। इसके लिए केंद्र सरकार को हैदराबाद, कोलकाता, दिल्ली, मुंबई की सीधी उड़ान चालू कराने की पहल करनी चाहिए। हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने मांग की कि स्थानीय सांसद और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव केंद्रीय उड्डयन मंत्री सिंधिया से मिल कर इन महानगरों तक बिलासपुर से सीधी उड़ानों की मांग करें।
इसके साथ ही समिति ने मांग की है कि केंद्र में भाजपा की सरकार है इसलिए इसके प्रदेश अध्यक्ष को रक्षा मंत्रालय से सेना के कब्जे वाली जमीन भी तुरंत वापस करने का निर्णय करना चाहिए। समिति ने अरूण साव से कहा है कि वह पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं। वह पूरी ताकत लगाएं और बिलासपुर एयरपोर्ट के विकास के लिए सभी जरुरी कदम उठवाएं।
आज के महा धरने में लोरमी के विधायक धर्मजीत सिंह, बिलासपुर के महापौर रामशरण यादव और बिलासपुर नागरिक सहकारी बैंक के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल भी शामिल हुए. वहीँ महा धरने में आगमन क्रम से प्राद तिवारी, देवेंद्र सिंह ठाकुर, बद्री यादव, केशव गोरख, अशोक भंडारी, दीपक कश्यप, राकेश शर्मा, संजय पिल्लै, नरेश यादव, विजय वर्मा, रशीद बख्श, महेश दुबे, प्रकाश बहरानी, मनोज तिवारी, अनिल गुलहरे, अमर बजाज, मोहन जायसवाल, संतोष पीपलवा अकील अली, चंद्र प्रकाश जायसवाल, नरेंद्र सोनी, रघुराज सिंह और सुदीप श्रीवास्तव उपस्थित थे।