• अजय गुप्ता
सूरजपुर। Surajpur municipal elections: नगरपालिका चुनाव की तिथियां भले ही अभी घोषित न हुई हों, लेकिन राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। अध्यक्ष पद के साथ-साथ वार्डों में भी जबरदस्त दावेदारी देखने को मिल रही है। खासकर सामान्य वर्ग के वार्डों में युवा नेताओं की सक्रियता बढ़ गई है। पार्षद पद से आगे बढ़कर अब कई युवा नेता नगरपालिका उपाध्यक्ष की कुर्सी पर नजर लगाए हुए हैं।

Surajpur municipal elections: इस चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के कई युवा नेता अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर सकते हैं। कांग्रेस से संजय डोसी, सुनील अग्रवाल, गैबीनाथ साहू ,वीरेंद्र बंसल बंटी, नीरज तायल जबकि भाजपा से अजय अग्रवाल (अज्जू), मुकेश गर्ग, प्रमोद तायल, शंकर जिंदिया,शैलेष गोयल शैलू के नाम प्रमुख रूप से चर्चा में हैं।संजय डोसी पूर्व पार्षद रह चुके हैं और वार्डों में कराए गए विकास कार्यों के चलते उनकी जनता के बीच मजबूत पकड़ बनी हुई है।
Surajpur municipal elections: सुनील अग्रवाल बीते पंचवर्षीय में नगरपालिका से जुड़े रहे और जनता की समस्याओं को हल करने में सक्रिय भूमिका निभाई, जिससे वे लोकप्रियता हासिल कर चुके हैं। गैबीनाथ साहू तीन बार पार्षद रह चुके हैं और जनता की सेवा में सदैव तत्पर रहने के कारण शहर में उनकी अलग पहचान है। मिलनसार और प्रभावी नेतृत्व की उनकी छवि ने उन्हें वार्ड का लोकप्रिय चेहरा बना दिया है। बंटी बंसल पूर्व पार्षद रह चुके हैं और पिछले चुनाव में प्रतिष्ठित जीत दर्ज कर अपनी मजबूत राजनीतिक स्थिति बनाई है।नीरज तायल पहली बार चुनावी मैदान में उतरने को तैयार हैं। अपने वार्ड में मजबूत पकड़ और जुझारू नेतृत्व के लिए पहचाने जाते हैं और जनता के बीच सक्रिय हैं।अजय अग्रवाल पिछला चुनाव भले ही हार गए हों, लेकिन वे लगातार सक्रिय रहे और पार्टी में मजबूत पकड़ बनाए हुए हैं।
Surajpur municipal elections: मुकेश गर्ग पिछला चुनाव हारने के बावजूद लगातार जनता के बीच सक्रिय रहे हैं और मजबूत दावेदारी पेश कर सकते हैं।प्रमोद तायल भाजपा के युवा नेता होने के साथ-साथ वे सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय हैं, जिससे वार्ड की जनता में उनकी अच्छी छवि बनी हुई है।शंकर जिंदिया सामाजिक कार्यों में निरंतर सक्रिय रहने के कारण वे वार्डों में मजबूत पकड़ रखते हैं। शैलू अग्रवाल मिलनसार और सौम्य युवा नेता के रूप में पहचाने जाते हैं। वार्डों में उनका जनसंपर्क मजबूत है और वे भाजपा के वरिष्ठ नेता भीमसेन अग्रवाल के पुत्र हैं, जिससे उनकी राजनीतिक पकड़ और गहरी हो जाती है। इनके अलावा कई चेहरे और भी है जो अभी खुलकर सामने नहीं आए हैं, लेकिन वार्डों के समीकरण पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। ये नेता रणनीतिक रूप से सही मौके का इंतजार कर रहे हैं।
Surajpur municipal elections: नगरपालिका चुनाव के लिए वार्ड आरक्षण की घोषणा के बाद वार्ड क्रमांक 3, 5, 6, 8, 14 और 16 सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित हैं। वार्ड 8 और 14 से अभी कोई स्पष्ट नाम सामने नहीं आया है। यही वे वार्ड हैं, जहां से विजयी पार्षद नगरपालिका उपाध्यक्ष पद के लिए दावेदारी कर सकते हैं। वार्डों में युवा नेताओं की बढ़ती सक्रियता इस बात का संकेत है कि इस बार नगरपालिका उपाध्यक्ष पद के लिए भी जबरदस्त मुकाबला देखने को मिल सकता है।
टिकट वितरण के बाद होगी तस्वीर साफ
हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इनमें से कौन उम्मीदवार बनेगा, लेकिन इन युवा नेताओं की राजनीतिक सक्रियता, जनसंपर्क और संगठन में पकड़ उन्हें मजबूत दावेदार बना रही है। आने वाले दिनों में पार्टियों द्वारा टिकट वितरण के बाद स्थिति और स्पष्ट होगी। फिलहाल नगरपालिका चुनाव को लेकर सूरजपुर में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है और शहरवासियो की नजरें अब उम्मीदवारों की घोषित होने वाली सूची पर टिकी हुई हैं।