सूरजपुर। Surajpur massacre: प्रधान आरक्षक की पत्नी और बेटी की हत्या के बहुचर्चित मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आपराधिक मामलों में कार्रवाई से नाराज मुख्य आरोपी ने बदले की भावना से अपने चार साथियों से मिलकर इस दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया।
Surajpur massacre: आईजी अंकित गर्ग ने इस दोहरे हत्याकांड के मामले में सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिए जाने की जानकारी देते हुए पत्रकारों को बताया कि मुख्य आरोपी कुलदीप साहू के आपराधिक कृत्यों पर की गई कार्रवाइयों तथा इनमें प्रधान आरक्षक की सक्रियता को देखते हुए पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों के प्रति गुस्सा व बदला लेने की भावना से उसने चार साथियों से मिलकर यह वारदात की। उन्होंने बताया कि 13 अक्टूबर को रात्रिकाल में आरोपी कुलदीप साहू अपने साथियों आर्यन विश्वकर्मा उर्फ गोल्डी, चन्द्रकांत चौधरी उर्फ सी.के. एवं रिंकू सिंह के साथ पुराना बस स्टैण्ड सूरजपुर में मौजूद था। रात्रि 9 बजे थाना सूरजपुर के आरक्षक धनश्याम सोनवानी पुराने बस स्टैण्ड की ओर गया, जहां उसने कुलदीप साहू को देखा। उसके जिला बदर होने से आरक्षक द्वारा कुलदीप साहू को पकडने का प्रयास किया गया। कुलदीप साहू आरक्षक पर कड़ाही ही का खौलता हुआ तेल फेंककर भाग गया। थाना सूरजपुर में आरोपी की धरपकड़ के लिये तत्काल बल को एकत्रित किया गया, जिसमें प्रधान आरक्षक तालिब शेख,उदय सिंह व अन्य पुलिस कर्मी पुराना बस स्टैण्ड एवं थाना सूरजपुर के आसपास आरोपियों की तलाश कर रहे थे।
Surajpur massacre: इसी बीच आरोपी कुलदीप साहू द्वारा अपने साथियों आर्यन विश्वकर्मा उर्फ गोल्डी, चन्द्रकांत चौधरी उर्फ सीके, रिंकू सिंह के साथ रात्रि करीब 10 बजे पुलिसकर्मियों को स्विफ्ट डिजायर कार क्रमांक सीजी 29 एडी 5666 में कुुचलने का भी हत्या का प्रयास किया गया। पुलिस पार्टी द्वारा उक्त वाहन का पीछा करने का प्रयास किया गया परन्तु दुर्गा विसर्जन के कारण मार्ग पर भीड़ के कारण आरोपी अपने साथियों सहित पुलिस को चकमा देकर भाग निकलने में सफल रहा। घटना की सूचना एसएसपी को प्राप्त होने पर उनके द्वारा आसपास थानों तथा रक्षित क्रेन्द्र से अतिरिक्त बल एकत्रित कर सायबर सेल की तकनीकी मदद तथा आरोपियों के संभावित स्थानों पर दबिश की तैयारी की जा रही थी।
Surajpur massacre: इसी मध्य प्रधान आरक्षक तालिब शेख महगवां चौक स्थित अपने निवास पर गया जहां उसके घर की सीढ़ियों पर खून बिखरा हुआ था, जिससे उसे अनहोनी की आशंका हुई। घर के अंदर जाने पर प्रधान आरक्षक की पत्नी एवं नाबालिग पुत्री घर पर नहीं थे। घर में सामान बिखरा पड़ा था और जगह-जगह खून के छीटें पड़े हुए थे। प्रधान आरक्षक द्वारा तत्काल इसकी सूचना थाने में दी गई। पुलिस आरोपी कुलदीप साहू एवं उसके अन्य साथियों की तलाश कर रही थी। इसी दौरान संदिग्ध स्विफ्ट डिजायर कार के देखे जाने पर पुलिस द्वारा उसका पीछा कर घेराबंदी की कोशिश की गई किन्तु आरोपी पुलिस को चकमा देकर वहां से भाग निकलने में सफल रहा। थाना प्रभारी विश्रामपुर निरीक्षक अलरिक लकड़ा व पुलिस टीम के द्वारा वाहन का लगातार पीछा किया जा रहा था। इसी दौरान ग्राम करवां, चौकी लटोरी के पास आरोपी द्वारा पुलिस पार्टी पर फायरिंग भी की गई, जिसके जवाब में पुलिस बल द्वारा भी सुरक्षार्थ फायर किया गया परन्तु आरोपी रात्रि के अंधेरे का लाभ उठाकर गाड़ी छोडकर फरार हो गया। 14 अक्टूबर को थाना सूरजपुर पुलिस को सूचना मिली कि ग्राम पीढ़ा में 2 अज्ञात शव पड़ा हुआ है। पुलिस द्वारा शव की शिनाख्त प्रधान आरक्षक की पत्नी एवं नाबालिग पुत्री के रूप में की गई। एफएसएल अम्बिकापुर की टीम के द्वारा घटना स्थल का सूक्ष्मता से परीक्षण किया गया तथा घटना स्थल से खून से सने चाकू एवं मृतिका व उसकी पुत्री के खून लगे कपड़े भी बरामद किए।
Surajpur massacre: आईजी श्री गर्ग ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों की धरपकड़ के लिए कई पुलिस टीमों को लगाया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एम.आर.आहिरे के मार्गदर्षन में जिला सूरजपुर सायबर सेल तथा विभिन्न टीमें बनाकर आरोपियों की धरपकड़ के लिए टीम रवाना करते हुए संदेहियों तथा आरोपी के परिचितों को तलब कर कड़ाई से पूछताछ की गई। कानून व्यवस्था बनाये रखने हेतु रेंज स्तर से बल लगाकर शांति स्थापित किया गया। इसी दौरान आरोपी कुलदीप साहू को बलरामपुर पुलिस द्वारा 15 अक्टूबर को गढ़वा झारखण्ड से बस से आने के दौरान बलरामपुर में पकडा गया जिसे कड़ी सुरक्षा के बीच सूरजपुर लाया गया। पूछताछ में आरोपी कुलदीप साहू ने घटना के सहयोगी आर्यन विश्वकर्मा उर्फ गोल्डी, चन्द्रकांत चौधरी उर्फ सी.के. एवं रिंकू सिंह के साथ मिलकर आरक्षक धनश्याम सोनवानी पर गर्म तेल फेकना, पुलिसकर्मियों को गाड़ी से कुचलने का प्रयास करना, प्रधान आरक्षक तालिब शेख के घर जाकर उसकी पत्नी व बेटी की नृशंस हत्या करना तथा शव को ग्राम पीढ़ा में फेक कर साक्ष्य छुपाने के लिए गाड़ी धोने का कृत्य तथा पुलिस बल पर फायर कर भागने की बात स्वीकारी है। आरोपी सूरज साहू द्वारा आरोपियों को भागने में मदद करना भी बताया। आरोपियों की निशानदेही पर घटना कारित करने के दौरान खून लगे कपड़े तथा चप्पल जप्त किए गए। शवों की पीएम रिपोर्ट में धारदार चाकू से हत्या किया जाना पाया गया। चिकित्सीय परीक्षण में प्रथम दृष्टया मृतिका एवं उसकी पुत्री के साथ अनाचार की संभावना से इंकार किया गया है और अग्रिम चिकित्सीय परीक्षण के लिए स्लाइड भेजा गया है, जिसकी परीक्षण रिपोर्ट प्राप्त होने पर आगे की कार्रवाई की जायेगी।
पंजीबद्ध अपराध
(1) आरक्षक के ऊपर खौलता तेल फेंक कर गंभीर रूप से आहत करने के मामले में थाना सूरजपुर में अपराध क्रमांक 573/2024 धारा 296(बी), 351(3), 221, 132, 118, 121(2), 109(1) बीएनएस 3(1)(आर-एस), 3(2)(अ.ं) एससीएसटी एक्ट का पंजीबद्ध किया गया है।
(2) थाना सूरजपुर के सामने पुलिसकर्मियों को स्वीफ्ट कार से कुचलने कर मार डालने का प्रयास करने पर अपराध क्रमांक 574/24 धारा 221, 132, 109(1) बीएनएस पंजीबद्ध किया गया है।
(3) प्रधान आरक्षक के घर पर जाने जहां घर लहु-लुहान होने, पत्नी व पुत्री के घर में नहीं मिलने, अपहरण एवं अनहोनी की आशंका होने पर थाना सूरजपुर में अपराध क्रमांक 575/2024 धारा 137(1), 138, 140(1) बीएनएस पंजीबद्ध किया गया। प्रकरण में पृथक से धारा 331(6), 238, 103(1), 61(2) बीएनएस जोड़ी गई है।
(4) आरोपी कुलदीप साहू के पुलिस टीम पर अवैध हथियार से फायरिंग कर जान से मारने का प्रयास करने पर थाना जयनगर में अपराध क्रमांक 218/2024 धारा 109(2) बीएनएस 25, 27 आर्म्स एक्ट का मामला पंजीबद्ध किया गया है।
गिरफ्तार आरोपी
(1) कुलदीप साहू पिता अशोक साहू उम्र 28 वर्ष
(2) आर्यन विष्वकर्मा उर्फ गोल्डी पिता संजय विष्वकर्मा उम्र 20 वर्ष
(3) फुल सिंह उर्फ रिन्कू सिंह पिता स्व. गनपत सिंह उम्र 28 वर्ष
तीनों निवासी पुराना बाजारपारा सूरजपुर, थाना सूरजपुर
(4) चन्द्रकात चौधरी उर्फ सिके पिता षिवप्रसाद चौधरी उम्र 28 वर्ष निवासी ग्राम नेवरा, थाना सूरजपुर
(5) सूरज साहू पिता स्व. राजाराम साहू उम्र 23 वर्ष ग्राम करंवा, चौकी लटोरी को गिरफ्तार किया गया है।